यदि देश और देश की प्रत्येक जनता का वास्तविक विकास चाहते है, तो लोक तन्त्र के चारों स्तम्भों को समान बनाना होगा- सतेन्द्र सेंगर “राष्ट्रीय अध्यक्ष” मीडिया अधिकार मंच भारत रजि.
MRU INDIA TV न्यूज सतेन्द्र सेंगर “राष्ट्रीय अध्यक्ष” मीडिया अधिकार मंच भारत रजि. ने जनता जनार्दन एवं पत्रकार साथिओ जैसा कि आप लोग देखते आ रहे है कि देश आजाद हुये 72 वर्ष बीत चुके है, परन्तु न तो देश का वास्तविक विकास हुआ और ना ही देश की जनता को वास्तविक आजादी मिली है, मित्रों जैसा कि बताया जा रहा हैकि मीडिया लोक तन्त्र का चौथा स्तम्भ है मैं जानना चाहता हूँ यदि मीडिया लोक तन्त्र का चौथा स्तम्भ है, तो मीडिया को लोक तन्त्र के तीनों स्तम्भों के संविधानिक अधिकारों से बंचित क्यों रखा गया है, जब कि मीडिया लोक तन्त्र में एक शिक्षित और बुद्धि जीवी होते हुये भी उपेक्षाओ का शिकार होता आ रहा है
पत्रकार साथियों मैं यह नही कह रहा हूँ कि आप हमसे या हमारे संगठन से जुड़े
परन्तु आप सभी लोगों से अनुरोध करता हूँ कि कम से कम अपने लिये ना सही तो आने वाली पीढ़ी के लिये आप लोग जागरूक हों और लोक तन्त्र में चौथा स्तम्भ होनें का संविधानिक अधिकार को स्थापित कराने के लिये संकल्पित हों
मित्रों आप लोगों ने देखा होगा कि चुनावी दौर में राजनैतिक दलों के द्वारा चुनावी घोषणा पत्र में किसान हित, गरीबों, के बिकास विकास, मजदूरों, ब्यापारियों को सुरक्षित रखने आदि तमाम घोषणायें लिखी जाती है परन्तु 72 वर्षों से लेकर आज तक किसी एक राजनैतिक दल ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में यह क्यों नही लिखा कि लोक तन्त्र में मीडिया कर्मियों को चौथा स्तम्भ होनें का संविधानिक अधिकार होगा
मित्रों मैं आप लोगों को बताना चाहता हूँ लोक तन्त्र के तीनों स्तम्भ नही चाहते है कि देश की जनता खुशहाल हों और देश का वास्तविक विकास हो
यदि आप लोग देश की जनता से देश से प्रेम रखते है तो आपको अपने आपको/ मीडिया को लोक तन्त्र में चौथा स्तम्भ होनें का संविधानिक अधिकार लेने के लिये छोटे बड़े बैनर का नशा त्यागकर जूनियर और सीनियर का घमंड तथा जातिवाद का भेदभाव को छोड़कर हम सबको एकजुट होकर अपने अधिकारों को छीनना होना, तभी देश और देश की प्रत्येक जनता का वास्तविक विकास हो पाना सम्भव है