बरौर क्षेत्र में 15 वर्षीय किशोरी ने फंदा लगाकर जान दे दी। परिवार ने पड़ोसी युवक के दुष्कर्म करने व स्कूल आते जाते छेडख़ानी करने से आहत होकर आत्महत्या की बात कही साथ ही मुकदमा दर्ज कराया। वहीं छात्रा ने सुसाइड नोट में अपनी इच्छा से जान देने व मौत का जिम्मेदारी किसी के न होने की बात लिखी। पुलिस को सुसाइड नोट मिला है।
सरकारी नौकरी में जाने की थी इच्छा: किशोरी की मौत की जानकारी पाकर स्कूल के उप प्रधानाचार्य उसके घर पहुंचे। उन्होंने बताया कि वह पढऩे में अच्छी थी और हमेशा शांत स्वभाव रहता था। वह कहती थी कि आगे चलकर सरकारी नौकरी करेगी और परिवार का सहारा बनेगी। लेकिन वह ऐसा कर लेगी विश्वास नहीं हो रहा है।
क्षेत्र निवासी आटो चालक की 15 वर्षीय पुत्री कक्षा 11 की छात्रा थी। शुक्रवार देररात उसने घर के बाहर बने कमरे में दुपट्टे का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। शनिवार तड़के उसकी चाची ने जब कमरे में उसे नहीं पाया तो खोजबीन शुरू हुई और शव देख रोना पीटना मच गया। पिता ने आरोप लगाया कि पड़ोसी युवक बेटी को स्कूल आते जाते परेशान करता था। इसके अलावा उससे दुष्कर्म भी किया था। इससे बेटी आहत थी और उसने यह कदम उठा लिया। वहीं पुलिस को छात्रा के कापी के एक पन्ने में लिखा सुसाइड नोट बरामद हुआ है। इसमें उसने लिखा कि मैं अपनी इच्छा से जान दे रही हूं इसमें किसी का कोई कसूर नहीं है। मेरा शव पोस्टमार्टम के लिए न भेजा जाए। मेरी मौत के बाद मेरे नाम जमा फिक्स्ड डिपाजिट मेरे भाई के नाम पर कर दी जाए। थाना प्रभारी श्रीकेश भारती ने बताया कि आरोपित युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। वहीं आरोपित के खिलाफ दुष्कर्म, पाक्सो व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।