औरैया 5 मई 21 विगत दिवस बेला क्षेत्र के ग्राम महू में सेवानिवृत्त सैनिक की हत्या कर दी गयी थी, उक्त हत्या के मामले में पुलिस ने आज दो आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले को 24 घंटे के अंदर ही सुलझा लिया है, उक्त हत्या पैसे के लेनदेन को लेकर की गयी थी, गिरफ्तार आरोपी मोहन ने फौजी से 50000 रु उधार लिए थे, और पैसे के वापस मांगने के दबाव में हत्या को अंजाम दिया गया था, पुलिस अधीक्षक अपर्णा गौतम ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि बेला क्षेत्र के ग्राम महू निवासी आमोद ने बीते दिन आमोद सिंह पुत्र अतबल सिंह निवासी महू थाना बेला जनपद औरैया ने थाना बेला में लिखित सूचना दी कि मेरा भाई मनोज सिंह की गांव के कुछ लोगों के साथ में चुनावी रंजिश चल रही थी, जो कि दिनांक 03.05.2021 की रात्रि 9.00 बजे यह कहकर घर से निकले थे, कि कुछ देर में वापस आ जायेगें। सुबह पता चला कि मेरे भाई का मृत शरीर मन्दिर के पास लहूलुहान पड़ा है। इस सूचना पर थाना बेला में मु.अ.सं. 118/21 धारा 302/34 IPC बनाम 1. सुमित सिंह उर्फ पिन्टू पुत्र इन्द्रभान सिंह 2. अम्बरीश सिंह उर्फ राजू पुत्र इन्द्रभान सिंह 3. गुरूदयाल उर्फ छुन्नू पुत्र ओमप्रकाश 4.राजेश सिंह उर्फ रामजी पुत्र सोवरन सिंह 5. अंजू तिवारी पुत्र सुभाष तिवारी समस्त निवासी गण ग्राम महू थाना बेला जिला औऱैया के विरूद्ध पंजीकृत कर बिधिक कार्यवाही प्रारम्भ की गई। पुलिस अधीक्षक औरैया द्वारा घटना का निरीक्षण कर घटना के शीघ्र अनावरण हेतु स्वाट टीम व थाना बेला पुलिस टीम को गठित कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये थे।
आज 5 मई 21 को गठित संयुक्त टीम स्वाट टीम/थाना बेला पुलिस टीम को विवेचना के दौरान प्रकाश में आये अभियुक्तों के बारे में मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि उक्त अभियोग में वांछित अभियुक्त मोहन सिंह पुत्र स्व.राजबहादुर सिंह सेंगर उम्र 30 वर्ष निवासी महू थाना बेला जिला औऱैया औऱ मो. नौसाद खां पुत्र धुन्नू खां उम्र 26 वर्ष निवासी दुवहा थाना बेला जिला औऱैया जितेन्द्र सिंह के मुर्गी फार्म के पास मौजूद है, इस सूचना पर पुलिस टीम द्वारा तत्काल मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान पर पहुंचकर आवश्यक घेराबन्दी कर करीब 11.30 बजे दोनो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। दोनों व्यक्तियों से पूंछतांछ में गिरफ्तार अभियुक्त मोहन द्वारा अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया गया कि उसने मृतक सेवानिवृत्त सैनिक मनोज सिंह से 50,000 उधार लिये थे जिनके वापसी के लिए मनोज सिंह द्वारा वापसी का लगातार दबाव बनाया जा रहा था। घटना की रात्रि मेरे द्वारा मनोज सिंह को फोन कर पैसे देने के बहाने बुलाया गया था, जहां पर पैसों को लेकर नोक झोंक हुई जिस पर मेरे और मो. नौसाद खां द्वारा कुल्हाड़ी मारकर मनोज सिंह की हत्या कर दी गई थी। अभियुक्तों की निशानदेही पर आला ऐ क़त्ल एक अदद रक्त रंजित कुल्हाडी, मृतक मनोज सिंह का एक अदद टूटा हुआ मोवाईल, एक अदद सोने की चेन, एक अदद चप्पल बरामद किये गये।